हार से जीत की ओर कैसे जाएँ
मन के हारे हार है
मन के जीते जीत:
हारे हुए मन से जीत संभव नहीं है
हारे हुए मन से जीत संभव नहीं है
करत करत अभ्यास के जङमति होत सुजान,
रसरी आवत जात, सिल पर करत निशान।
अर्थात जब रस्सी को बार-बार पत्थर पर रगङने से पत्थर पर निशान पङ सकता है तो, निरंतर अभ्यास से मूर्ख व्यक्ति भी बुद्धिमान बन सकता है।